प्रदेश के छात्र/छात्राओं को गुणवत्तापरक शिक्षा प्रदान किये जाने में माध्यमिक शिक्षा विभाग के नियंत्रणाधीन राजकीय विद्यालयों का अहम योगदान है। वर्तमान में प्रदेश में 2295 राजकीय विद्यालय संचालित है, जिसके सापेक्ष कुछ विद्यालय अत्यधिक पुरातन होने के कारण जर्जर स्थिति में है। सामान्यतः बजट में पुराने राजकीय विद्यालयों के जर्जर भवनों का पुनर्निर्माण किये जाने हेतु समुचित प्रावधान न हो पाने के कारण कतिपय राजकीय विद्यालय जर्जर स्थिति में है तथा बजट अभाव के कारण कुछ अन्य राजकीय विद्यालयों में आवश्यक अवस्थापना सुविधाओं का सम्यक विकास नहीं हो सका है। अतः राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के राजकीय विद्यालयों के जर्जर भवन के पुनर्निर्माण , विस्तार, विद्युतीकरण इत्यादि कार्यों हेतु वित्तीय वर्ष 2022-23 में संगत मद में रूo 100.00 करोड़ का प्रावधान किया गया है। उक्त प्राविधानित धनराशि का पारदर्शी एवं गुणवत्तापूर्ण तरीके से उपयोग सुनिश्चित किये जाने के उद्देश्य से माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा ”प्रोजेक्ट अलंकार“ योजना का शुभारम्भ किया जा रहा है।

प्रोजेक्ट अलंकार के अंतर्गत निम्नलिखित 27 मापदंडों की मैपिंग की जा रही है |

शैक्षणिक मापदंड
1 कक्षा कक्ष विवरण
2 प्रयोगशाला
3 पुस्तकालय
4 कंप्यूटर लैब
5 वाई - फाई
6 स्मार्ट क्लास
7 फर्नीचर
गैर-शैक्षणिक (छात्र)
8 खेल का मैदान
9 ओपन जिम
10 बहु उद्देशीय हॉल
11 आर्ट एण्ड क्राफ्ट कक्ष
12 व्यावसायिक शिक्षा कक्ष
13 बैण्ड (बालक और बालिका) तथा साउण्ड सिस्टम
मूलभूत अवस्थापना
14 प्रधानाचार्य कक्ष
15 स्टाफ कक्ष
16 पेयजल
17 बालक शौचालय
18 बालिका शौचालय
19 चहारदीवारी
20 कर्यालय कक्ष
अन्य अवस्थापना
21 बिजली व्यवस्था
22 बायोमेट्रिक मशीन
23 सीसीटीवी
24 रेन वाटर हार्वेस्टिंग
25 सोलर पैनल
26 अग्नि शमन यंत्र
27 साईकिल स्टैैण्ड